भारत ने ढाका में बांग्लादेश के संस्थापक मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास पर तोड़फोड़ की निंदा की
(Story By: P .Srivastava)
भारत ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के ढाका स्थित ऐतिहासिक आवास को हिंसक भीड़ द्वारा “नष्ट” किए जाने की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय (MEA ) ने गुरुवार (6 फरवरी) को एक बयान में कहा कि तोड़फोड़ की यह घटना “अफसोसजनक” है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बंगबंधु के नाम से मशहूर रहमान का धानमंडी स्थित आवास बांग्लादेश की राष्ट्रीय चेतना और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, “यह खेदजनक है कि शेख मुजीबुर रहमान का ऐतिहासिक निवास, जो कब्जे और उत्पीड़न की ताकतों के खिलाफ बांग्लादेश के लोगों के वीर प्रतिरोध का प्रतीक है, 5 फरवरी, 2025 को नष्ट कर दिया गया।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “वे सभी लोग जो स्वतंत्रता संग्राम को महत्व देते हैं, जिसने बांग्ला पहचान और गौरव को पोषित किया, वे बांग्लादेश की राष्ट्रीय चेतना के लिए इस निवास के महत्व से अवगत हैं।” उन्होंने कहा, “बर्बरता की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।”
बुधवार को ढाका में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के आवास पर प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। यह घटना अपदस्थ बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के लाइव ऑनलाइन संबोधन के दौरान हुई थी। यह संबोधन आवामी लीग की अब भंग हो चुकी छात्र शाखा छात्र लीग द्वारा आयोजित किया गया था।
हसीना के निर्धारित 9 बजे (बीएसटी) संबोधन से पहले “बुलडोजर जुलूस” के लिए सोशल मीडिया पर किए गए आह्वान के जवाब में हजारों लोग शाम से ही धानमंडी आवास के बाहर एकत्र हो गए। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हसीना ने कहा कि भले ही ढाँचा मिट जाए, लेकिन उनके परिवार का इतिहास कभी नहीं मिट सकता।